गणेश चतुर्थी 2025: आध्यात्मिक महत्व और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक गणेश Ganesh Chaturthi Fest Unity India
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गणेश चतुर्थी 2025: आध्यात्मिक महत्व और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक गणेश Ganesh Chaturthi Fest Unity India
साधनान्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, गणेश चतुर्थी 2025 का पर्व आस्था और धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है जो राष्ट्रीय एकता का भी प्रतीक है।
भारतीय संस्कृति और धर्म में गणेश जी का स्थान अद्वितीय है।
वे विघ्नहर्ता, बुद्धिदाता, और मंगलकर्ता माने जाते हैं, जिनकी पूजा हर शुभ कार्य की शुरुआत में की जाती है।
उनका हाथी मुख विवेक और दूरदर्शिता का, छोटा मुख संयमित वाणी का, बड़े कान अधिक सुनने और कम बोलने की शिक्षा का, छोटा नेत्र गहराई से देखने की प्रेरणा का और विशाल उदर सहिष्णुता और समावेशिता का प्रतीक है।
गणेश जी न केवल भारत में अपितु विदेशों में भी पूजे जाते हैं, घरों, कार्यालयों और उत्पाद केंद्रों में उनकी उपस्थिति धर्म और आध्यात्मिकता के प्रसार को दर्शाती है।
मनुष्य जीवन में सफलता, सुख-समृद्धि, बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति, तथा मंगल कार्यों की सिद्धि के लिए गणेश जी की पूजा अनिवार्य मानी जाती है।
प्रथम पूज्य देवता होने के साथ-साथ, उनका व्यक्तित्व बहुआयामी है, जो उन्हें लोकनायक का दर्जा देता है।
शिव और पार्वती के पुत्र, गणेश जी की सार्वभौमिक, सार्वकालिक और सार्वदैशिक लोकप्रियता अद्वितीय है और आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनी रहेगी।
गणेश चतुर्थी का त्यौहार पूजा, मंदिरों में भक्तों की उपस्थिति और धार्मिक अनुष्ठानों से भरपूर होता है, जो इस देवता के प्रति अगाध श्रद्धा को दर्शाता है।
- गणेश जी: विघ्नहर्ता, बुद्धिदाता, मंगलकर्ता
- गणेश पूजा: शुभ कार्यों की शुरुआत
- राष्ट्रीय एकता का प्रतीक: गणेश जी की सार्वभौमिक लोकप्रियता
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Posted on 04 September 2025 | Keep reading साधनान्यूज़.com for news updates.