ऑनलाइन गेमिंग पर मोदी सरकार का कड़ा रुख: क्या है राजनीतिक समीकरण? Online Gaming Fraud Rises Sharply

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ऑनलाइन गेमिंग पर मोदी सरकार का कड़ा रुख: क्या है राजनीतिक समीकरण? Online Gaming Fraud Rises Sharply
साधनान्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, देश में ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स का बढ़ता प्रचार और इससे जुड़े ठगी के मामलों ने गंभीर चिंता पैदा कर दी है।
“पैसे लगाओ, टीम बनाओ, करोड़ों कमाओ” जैसे भ्रामक नारों के साथ प्रचारित ये ऐप्स, चर्चित हस्तियों के ज़रिये करोड़ों लोगों तक पहुँच रहे हैं।
इन ऐप्स के ज़रिए चल रही सट्टेबाजी और साइबर फ्रॉड से लोग अपनी जीवन भर की कमाई गँवा रहे हैं, और कई मानसिक तनाव का शिकार होकर आत्महत्या तक कर रहे हैं।
इस समस्या से निपटने के लिए मोदी सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग पर सख्त कानून बनाने की पहल की है।
हालांकि, ऑनलाइन गेमिंग की दो श्रेणियां हैं: ई-स्पोर्ट्स (जिसमें पैसों का लेनदेन नहीं होता) और रियल मनी गेम्स (जिसमें पैसों का लेनदेन होता है)।
सरकार का ध्यान मुख्य रूप से रियल मनी गेम्स पर केंद्रित है, जिन पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
इंटरनेट की व्यापक उपलब्धता के कारण ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स का प्रसार बेहद तेज़ी से हुआ है, और इससे जुड़े सामाजिक और आर्थिक नुकसान काफी चिंताजनक हैं।
बीजेपी सरकार की इस पहल को राजनीतिक दृष्टिकोण से भी देखा जा रहा है, क्योंकि यह चुनाव से पहले जनता के बीच सरकार की छवि को मज़बूत करने में मददगार हो सकता है।
कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, हालांकि, उनकी प्रतिक्रिया सरकार के रुख से काफ़ी अलग है।
यह कदम देश में ऑनलाइन गेमिंग उद्योग पर गहरा प्रभाव डाल सकता है, और भविष्य में इसके नियमन के लिए नई नीतियाँ बनाने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
यह सरकार की जनता के हितों के प्रति गंभीरता को दर्शाता है।
- ऑनलाइन गेमिंग पर मोदी सरकार का सख्त रुख
- रियल मनी गेम्स पर अंकुश
- राजनीतिक प्रभाव और चुनावी समीकरण
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Posted on 02 September 2025 | Stay updated with साधनान्यूज़.com for more news.