नेपाल में सोशल मीडिया प्रतिबंध: तकनीक पर युवाओं का विरोध, क्या है पूरा मामला? Nepal Youth Protest Internet Ban

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नेपाल में सोशल मीडिया प्रतिबंध: तकनीक पर युवाओं का विरोध, क्या है पूरा मामला? Nepal Youth Protest Internet Ban
साधनान्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, नेपाल में 3 सितंबर को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर लगाए गए प्रतिबंध के विरोध में जनरेशन Z के युवा सड़कों पर उतर आए हैं।
इस कठोर कदम के कारण देश में व्यापक हिंसक प्रदर्शन देखे गए हैं, जिसमें अब तक 8 लोगों की जान चली गई है और 80 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं।
नेपाल सरकार ने फ़ेसबुक, एक्स (ट्विटर), व्हाट्सएप और यूट्यूब जैसे 26 प्रमुख सोशल मीडिया ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था, उनका तर्क है कि ये प्लेटफ़ॉर्म बिना पंजीकरण के संचालित हो रहे थे और उन्हें 3 सितंबर तक पंजीकरण कराने का समय दिया गया था।
इस प्रतिबंध ने नेपाल में इंटरनेट और तकनीक तक पहुँच को सीमित कर दिया है, जिससे युवाओं में व्यापक आक्रोश फैला है।
प्रदर्शनकारी युवाओं का मानना है कि सरकार का यह कदम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने का प्रयास है और वे अपनी आवाज़ को दबाए जाने से इनकार कर रहे हैं।
यह घटना स्मार्टफ़ोन और इंटरनेट के बढ़ते उपयोग और युवाओं की डिजिटल दुनिया में सक्रिय भागीदारी को दर्शाती है।
प्रौद्योगिकी के इस युग में, सूचना तक पहुँच और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर युवाओं की चिंताएँ स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं।
इस घटना से यह भी पता चलता है कि सरकार को तकनीक के क्षेत्र में नियमों को बनाने और लागू करने में संवेदनशीलता और पारदर्शिता बनाए रखनी होगी।
नेपाल में सोशल मीडिया प्रतिबंध और उसके परिणामों पर आने वाले दिनों में और भी चर्चा हो सकती है।
- नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के विरोध में हिंसक प्रदर्शन।
- 8 लोगों की मौत और 80 से अधिक घायल।
- सरकार का तर्क: पंजीकरण न कराना।
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Posted on 10 September 2025 | Keep reading साधनान्यूज़.com for news updates.